गूगल बार्ड एआई (Google Bard AI) क्या है यह Chat Gpt को टक्कर दे पाएगा ?

Google का फौलादी थप्पड़ Chat Gpt हुआ खत्म दोस्तों, अभी कुछ दिन पहले चैट Chat Gpt के Chat Boat की तुलना में Open Ai द्वारा लॉन्च किए गए कमाल तब हुआ जब चैट जीपीटी ने केवल पांच दिनों में एक मिलियन उपयोगकर्ता पूरे किए, जो अविश्वसनीय होने के साथ-साथ एक अपराजेय रिकॉर्ड भी है। दोस्तों इसके पास हर सवाल का जवाब है वो भी इंसानी बातचीत की तरह ये कहां जा रहा था ये Google को टक्कर देने वाला है लेकिन दोस्तों इस खेल में Google बहुत पुराना खिलाड़ी है ,गूगल के न जाने कितने प्रतियोगी आए लेकिन गूगल को कोई हरा नहीं पाया हर तरह की सही और गलत तरकीबें लगाकर आज गूगल हर Android मोबाइल में सबसे ऊपर आता है। 

आइए आपको बताते हैं गूगल के पलटवार के बारे में जिसने साबित किया कि गूगल हमेशा अपने प्रतिस्पर्धी से दो कदम आगे रहता है तो चलिए जानते हैं पूरी जानकारी आज के इस पोस्ट मैं की गूगल बार्ड एआई क्या है।  

गूगल बार्ड एआई

Table of Contents

Google Bard AI 2023 in Hindi (गूगल एआई बार्ड) 

पोस्ट का नामGoogle Bard AI
किस के द्वारा लॉन्च की गईSundar Pichai
कंपनी का नामGoogle
लॉन्च की तारीखफरवरी 2023

गूगल बार्ड एआई क्या है 

Google Bard Ai Chat Gpt जैसा एक संवादात्मक उपकरण है जो संकेतों और निर्देशों से नई सामग्री बना सकता है यह LaMDA पर आधारित है यह आपके प्रश्न के संदर्भ को समझ सकता है Google बार्ड AI की सबसे अच्छी विशेषता यह है कि बार्ड किसी भी प्रश्न का उत्तर देने में आपके लिंक को साझा नहीं करता है बार्ड आपको एक इंसान की तरह उत्तर दे सकता है बार्ड के आने के बाद आपको कई वेब पेजों पर जाने की आवश्यकता नहीं है, बार्ड आपको सीधे जवाब देगा और सबसे अच्छी बात यह है कि Google बार्ड नवीनतम जानकारी का जवाब भी दे सकता है जबकि चैट जीबीटी नहीं कर सकता। 

गूगल एआई का उपयोग किस लिए किया जाता है? 

Google Bard AI का उपयोग करके आप किसी भी प्रकार के निबंध, Formal Informer Application लिखवा सकते हैं। यदि आप Google Bard को कुछ भी लिखने के लिए देते हैं, तो Google AI मनुष्यों की तुलना में कम समय में बेहतर निबंध और लेख लिख सकता है गणित के किसी भी सवाल को हल करना हो या कहानी लिखनी हो, गूगल एआई सारा काम मिनटों में कर देगा। 

सेल्फ-ड्राइविंग कार, टैक्सी जो बिना ड्राइवर के खुद ड्राइव कर सकती हैं, कुछ अमेरिकी शहरों में चल भी रही हैं।इनमें भी सॉफ्टवेयर डाला जाता है, जो चलते-चलते डेटा कलेक्ट करके सीखता है और अलग-अलग परिस्थिति में निर्णय भी ले सकता है इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से संचार या कृषि के क्षेत्र में या देश की रक्षा के क्षेत्र में बहुत व्यापक परिवर्तन लाया जा सकता है। 

Google Bard AI के नये फीचर्स 

गूगल बार्ड एआई के कई अच्छे फीचर्स हैं, इनमें से कुछ महत्वपूर्ण फीचर हैं

Sign Up करने की आवश्यकता नहीं है 

आपको Google बार्ड आई के लिए Sign Up करने की आवश्यकता नहीं है जैसे आपको Chat Gpt में अपना ईमेल और मोबाइल नंबर रजिस्टर करना पड़ता है। 

नए विषय पर उत्तर देगा 

नए विषय पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर गूगल बार्ड आसानी से दे सकता है जब की Chat Gpt नहीं दे सकता है ? 

मनुष्यों की तरह प्रतिक्रिया देंगा 

यह ChatGPT से ज्यादा फास्ट है Bard Ai इंसानों की तरह आपके प्रश्नों का उत्तर देगा Google Bard Ai की मदद से आप किसी भी प्रकार के लिए स्क्रिप्ट कोडिंग लिखवा सकते हैं। 

40 भाषाओं को सपोर्ट करेगा 

गूगल बार्ड एआई वर्तमान में केवल अंग्रेजी भाषा का समर्थन कर रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में यह चैट जीपीटी की तरह कई भाषाओं का समर्थन करेगा, जिस में हिंदी भी है। 

Artificial Intelligence कैसे काम करता है 

मशीन को इंटेलीजेंट बनाने के लिए उन्हें डाटा दिखाकर सिखाना पड़ता है, यह मशीन डाटा से ही सीख सकती है, जिसके लिए programmers प्रोग्राम बनाते हैं, कोडिंग करते हैं और मशीन को उसी तरह पढ़ाते रहते हैं।अंत में इन मशीनों को बाहर टेस्ट किया जाता है और इस टेस्ट के जरिए ये भी पता चल जाता है कि ये मशीन इंसानों की तरह समझदार है या नहीं, लेकिन ये कई काम इंसानों के द्वारा आसानी से कर लेती है.

हमारे पास पहले से ही बहुत सी चीजों में artificial intelligence का उपयोग किया जा रहा है, समय के साथ धीरे-धीरे दुनिया कितनी बदल जाएगी? हम बिना ड्राइवर के गाड़ी में बैठे रहेंगे, सामान खरीदते समय दुकानदार नहीं होंगे और पैसा अपने आप कट जाएगा जगह-जगह ऑफिस में रॉबर्ट काम कर रहे होंगे घर पर डिलीवरी ड्रोन से होगी जो आज कई शहरों में भी रही है। 

क्या Google बार्ड एआई आने पर आप अपना नौकरी खो देंगे? 

यह सवाल भी कई लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है कि सारा काम मशीन करेगी तो हम क्या करेंगे, इस पर लोगों के मन में दोनों तरह के विचार आ रहे हैं।यही बात है कि जिस काम में दिमाग का इस्तेमाल कम होगा, जिस काम को मशीन बिना किसी थकान और गलती के बेहतर तरीके से कर पाएगी, वह काम खत्म हो जाएगा।लेकिन साथ ही कुछ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि AI के आने से कई नई नौकरियां भी खुलेंगी, जैसे AI मशीन बनाना, रिपेयर करना, नए कोड लिखना आदि वैसे आपको क्या लगता है, हमारी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भविष्य कैसा होगा, कमेंट करके जरूर बताएं। 

AI के जनक और AI की शुरुआत कब हुई? 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोई नया शब्द नहीं है और न ही आज के वैज्ञानिक के लिए कोई नई तकनीक है, यह तकनीक आपकी कल्पना से बहुत पुरानी है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इतिहास में कुछ milestones हैं जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जनरेशन से लेकर आज तक के विकास के सफर को परिभाषित करते हैं।

  1. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उल्लेख पहली बार 1943 में वाल्टर पिट्स और वारेन मैककुलोच द्वारा किया गया था। उन्होंने एक न्यूरॉन का एक मॉडल प्रस्तावित किया।
  2. 1949 में डोनाल्ड हेब्ब ने छात्रों के लिए न्यूरॉन्स के बीच संबंध प्रदर्शित करने के लिए एक शिक्षण उपकरण को संशोधित किया।
  3. 1950 में, एक अंग्रेजी गणितज्ञ एलन ट्यूरिंग ने 1950 में मशीन लर्निंग का मुद्दा उठाया एलन ट्यूरिंग ने एक लैंडमार्क पेपर प्रकाशित किया जिसमें उन्होंने ऐसी मशीनें बनाने की संभावना के बारे में अनुमान लगाया जो अपने दम पर सोच सकती थीं।
  4. 1955 में, एलन नेवेल हर्बर्ट ए साइमन ने पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम विकसित किया जिसे हम लॉजिक थिओरिस्ट के रूप में भी जानते हैं।
  5. 1956 डार्थमाउथ सम्मेलन में अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक जॉन मैकार्थी द्वारा पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द को अपनाया गया था।
  6. 1956 डार्थमाउथ सम्मेलन में अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक जॉन मैकार्थी द्वारा पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द को अपनाया गया था।
  7. एलिजा नाम का पहला चैटबॉट 1961 में जनता के सामने पेश किया गया था, आज के समय में हम Siri Alexa Google Assistant जैसे अलग-अलग चैटबॉट का इस्तेमाल करते हैं लेकिन उस समय एलिजा चैट बॉट थी।
  8. 1972 में, जापान में पहला बुद्धिमान ह्यूमनॉइड रोबोट बनाया गया था, जिसे वाबोट-1 नाम दिया गया था विशेषज्ञ प्रणालियों को 1980 के दशक में प्रोग्राम किया गया है जिनमें मानवीय विशेषज्ञता और निर्णय लेने की क्षमता थी।
  9. अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन भी 1980 में आयोजित किया गया था। 2006 में फेसबुक, ट्विटर और नेटफ्लिक्स जैसी बड़ी कंपनियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करना शुरू किया। 

क्या Chat Gpt Google Bard AI से बेहतर है ? 

दोस्तों जब भी आप किसी सवाल का जवाब चाहते हैं तो सबसे पहले आप गूगल के सर्च इंजन में सर्च करते है और आपके सर्च इंजन द्वारा सर्च किए गए कीवर्ड्स के मुताबिक गूगल आपको वेबसाइट लिंक प्रोवाइड करता है।जहां उस कीवर्ड का इस्तेमाल किया गया है लेकिन जब चैट Gpt आया तो यह Google से बेहतर लगा। आपको ऐसा लगेगा कि आप एक इंसान से बातचीत कर रहे हैं या किसी सलाहकार से सलाह ले रहे हैं। इसे एक मानवीय बातचीत की तरह लॉन्च किया गया है,लिंक पर जाकर अपनी आवश्यकता के अनुसार उत्तर तैयार करने की आवश्यकता नहीं है, आपको सीधे उत्तर मिल जाएगा। 

यदि आप एक आधिकारिक पत्र लिखना चाहते हैं, आवेदन लिखना चाहते हैं, कहानी लिखना चाहते हैं, या स्क्रिप्ट लिखना चाहते हैं, या किसी भी प्रकार के सवाल  की पूछताछ करना चाहते हैं, तो यहां आपको सभी के उत्तर मिलेंगे। 

गूगल पर कई सवाल उठे थे ? 

लोग अलग-अलग सुविधाओं को बहुत पसंद कर रहे थे और Google के महत्व पर सवाल उठाए गए थे, लेकिन Google ने इस Artificial intelligence युद्ध को गंभीरता से लिया है चैट Gpt का नया विद्रोही Bard Ai बनाया है जो इस्तेमाल करता है अपना भाषा मॉडल जिसे LaMDA नाम दिया गया है जिसका full form है Language Model for Developed Applications है भाषा मॉडल को Google द्वारा 2021 में लॉन्च किया गया था और Google पिछले 6 वर्षों से Chat Gpt जैसा हाई-पावर प्लेटफॉर्म 

बनाने के लिए काम कर रहा था। दोस्तों गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक ब्लॉग में बार्ड क्या है और इसकी मूल सुविधा क्या है इसके बारे में बताया और बताया कि बार्ड कुछ भरोसेमंद यूजर्स द्वारा टेस्ट किए जाने के लिए बिल्कुल तैयार है। 

LaMDA लैंग्वेज पर आधार होगा Google Bard Ai 

सुंदर पिचाईे अनुसार यह एक Experimental Conversational AI सेवा है और यह गूगल द्वारा विकसित लैंग्वेज लैम्ब्डा की मदद से काम करती है, साथ ही यह वेब से जानकारी दे सकती है, जो चैट जीपीटी नहीं कर सकता। सुंदर पिचाई के अनुसार यह जटिल अवधारणा को आसानी से समझा सकता है। 

दोस्तों जब माइक्रोसॉफ्ट अपने Headquarters  में एक इवेंट कंडक्ट करने वाला था, तो उसने ओपन एआई के चैट जीपीटी के अपने सर्च इंजन Bing में introduce के लिए उस से ठीक एक दिन पहले गूगल Bard AI की जानकारी दी है।  

Chat Gpt की लांच ने गूगल Headquarters  में अलार्म बजा दी है गूगल में और भी बहुत सी हलचल हुई है दिसंबर और  जनवरी के महीना मैं जिसका कारण सिर्फ Chat Gpt ही था | 

क्या गूगल बार्ड के लिए कोई Application है? 

गूगल बार्ड एआई एक तरह की चैटबॉट सर्विस है। Google Bard AI को फरवरी 2023 में लॉन्च किया गया था। Google Bard AI की सिर्फ वेबसाइट उपलब्ध है। Google बार्ड एआई का कोई एप्लिकेशन नहीं है। 

Google बार्ड एआई का लिंक क्या है ? 

यदि आप गूगल बार्ड एआई का उपयोग करना चाहते हैं तो आप इस https://bard.google.com/ आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर गूगल बार्ड एआई  का इस्तेमाल फ्री में कर सकते हैं। 

पोस्ट का नामगूगल बार्ड एआई
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यह भी पढ़ें

गूगल बर्ड एआई कब लॉन्च किया गया था ?

फरवरी 2023 मैं

Google बार्ड एआई के लॉन्च की घोषणा किसने की?

Sundar Pichai

क्या गूगल बार्ड एआई के आने से गूगल सर्च इंजन बंद हो जाएगा?

जी नहीं

गूगल एआई का उपयोग किस लिए किया जाता है? 

Google Bard AI का उपयोग करके आप किसी भी प्रकार के निबंध, Formal Informer Application लिखवा सकते हैं।

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